Is baar ki bimari kahin jaan na le le yaraa,
Ab bhi kuch log bepanah chahte hain hume...
Ab bhi kuch log bepanah chahte hain hume...
मुझे पता है तुम्हारी बालकॉनी से समंदर दिखता है... तुम हर खुशी के मौके पे दौड़के आते हो वहां; कभी कभी रोने भी... कभी चाहनेवालों को हाथ ह...
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