Toota tha jo aaina, jurne laga hai,
Lafzon ka pankh phir udne laga hai...
Lafzon ka pankh phir udne laga hai...
मुझे पता है तुम्हारी बालकॉनी से समंदर दिखता है... तुम हर खुशी के मौके पे दौड़के आते हो वहां; कभी कभी रोने भी... कभी चाहनेवालों को हाथ ह...
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