स्वयंसेवक आशिक़ों की
कमी नहीं।
पूछते रहते हैं
क्या सेवा कर सकता हूँ।
जैसे मेरी मदद करने से
उनको मोक्ष प्राप्ति होगी।
एकदिन मांग ली सहायता
तो वे परेशान हो गए।
बस इतना ही कहा था के
बहुत दिनों से रोया नहीं।
रुला सकते हो मुझे?
Wednesday, December 9, 2015
स्वयंसेवक
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